Saturday 14 October 2017

चम्मरौआ में गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य हुआ शरू किसान हुए संतुष्ट

कंचौसी
प्रधानमंत्री की ड्रीम प्रोजेक्ट योजना के अंतर्गत हल्दिया से फूलपुर तक जाने वाली नेचुरल गैस पाईप लाईन का कार्य किसानों की मांगों को लेकर रुका हुआ था 
आज मौके पर पहुंचे सदर एस डी एम अमित राठोड़ ने किसानों को समझाकर संतुष्ट किया
उन्होंने किसानों से कहा कि जिस किसान का खतौनी में नाम दर्ज होगा उसे नियमानुसार फसल का उचित मुआवजा मिलेगा
उपजिलाधिकारी की बातों से संतुष्ट होकर आधा दर्जन किसानों ने सहमति होकर खुशी खुशी अपनी चैके स्वीकार की और जिन किसानों की चैके नही बनी उनकी चैके बनाकर परियोजना के अधिकारियों को निर्देश दिए
मुख्य प्रबंधक गेल विवेक सारस्वत ने कहा कि  किसानों की डेमेज भूमि को समतलीकरण कराकर उनको वापस दी जायेगी
चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश उपाध्याय ने किसानों को समझाते हुए कहा कि पाईप लाइन हेतु 30 मीटर से अधिक भूमि नही ली जायेगी
गेल के जीएम केसी दुबे ने किसानों से कहा कि एक भी प्रतिशत किसानों को दुखी नही होने दिया जाएगा
उधर कुछ किसान ब्रजकिशोर व् शिव कुमार ने बताया कि जो चैके दी जारही है जिनकी जमीने अधिक है उनको कम पैसे की चैक दी जा रही है ये दोनों किसान फैसले से राजी नही दिखे और दोनों किसानों ने चैक लेने से इंकार किया और कहा कि अधिकारी जबरन कार्य करवा रहे है
एस डीएम सदर अमित राठोड़ ने प्रोजेक्ट के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के हितों की अनदेखी व् अन्याय कदापि बर्दाश्त नही किया जाएगा
शान्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु सीओ सदर भास्कर वर्मा दिवियापुर थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौजूद थे


नहर की खंदी कटने से लगभग 50 एकड़ फसल हुयी जलमग्न पूर्व मॉध्यमिक विद्यालय में भी भरा पॉनी

कंचौसी
सहार ब्लॉक के सूखमपुर ग्राम में खंदी कटने से सूखमपुर  में किसानों की 50 एकड़ भूमि जलमग्न हो गयी एवं जल भराव के कारण पूर्व मॉध्यमिक विद्यालय भी आधे से ज्यादा जलमग्न हो गया विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा नहर विभाग को सूचित किया गया लेकिन अभी भी जल स्तर कम न होने के कारण कृषि भूमि व् विद्यालय दोनों जलमग्न है विद्यालय के एकल कक्ष व् शौचालय में जल भर जानें के कारण बच्चो को पॉनी में घुसकर शौचालय का उपयोग करना पड़ता है
विद्यालय के अध्यापक संतोष कठेरिया ने बताया बच्चो को जल भराव होने से खतरा भी है
 जिससे कभी भी खतरा बने रहने की संभावना रहती है
नहर विभाग के चीफ इंजीनियर से नहर का जल स्तर गिराने की गुहार लगाई गई है
जिससे विद्यालय का पॉनी बाहर निकाला जा सके
उधर नहर का जल स्तर अचानक बढ़ा दिया जाता है जिससे किसानों की धान की फसल खेतो में अधिक जल भराव के कारण बर्बादी की कगार पर है 
किसानों ने बताया कि अक्सर नहर में पॉनी अधिक छोड़ने से जल स्तर बढ़ जाता है जिससे माईनर में लगा बांध खुल जाता है जिससे गाँव में व् खेतो में जल भराव अधिक हो जाता है
कच्ची मिट्टी का बना बाँध तेज बहाव में बह जाता  है जिससे नहर से सटे खेतो में तेज बहाव से पॉनी घुस जाता